Menu
blogid : 24621 postid : 1240150

दो आंशु- पूनम अग्रवाल (मीनू)

HINDI POEM BY POONAM AGARWAL (VEERA)
HINDI POEM BY POONAM AGARWAL (VEERA)
  • 2 Posts
  • 1 Comment

दो आंशु

अनचाहे ही अपनी पलकों से,
दो बूँद आंसू मैंने बहा दिए,
वो बह गए मेरे गालों पर और बोले मेरे कानों में,
क्यों जुदा किया हमको,
यह प्यारा आशियाँ बनाया था हमने सालों से ॥

किस भूल कि हमको दी सजा,
हमको अपने ही घर से होना पड़ा हमको जुदा,
अछा मेरे सपनो के महल
तुमको कहते हैं हम “पूनम” अलविदा ||

पूनम अग्रवाल (मीनू)

Tags:   

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh